Ehsaas
Saturday, June 18, 2011
जन्मदिन-मुबारक
हर दिन, हर रात
ये तो है रोज़ की बात
पर आज के दिन में है वो साज
जिसके लिए नही कोई अल्फाज़
अभी न हुआ हो आपको ज्ञात
तो करना पड़ेगा पर्दा-फाश
क्युकि.....
धवल का जन्मदिन है आज..
स्ट्रीट लाइट
दिल की बती बुझ चुकी थी
घर की फ्युस भी उड़ चुकी थी
मोंबतिया पिघल चुकी थी
माचिस की तीली राख हो चुकी थी
अन्धकार ने डेरा जमा लिया था
राहो पर नारा लगा लिया था
तभी हुई स्ट्रीट लाइट की एन्टरी
और बंद की अन्धकार की पान्ट्री...
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